Sunday 15 September 2013

साहित्यकार बोरीस लिखेंगे इतिहास


आज के मशहूर रूसी लेखक बोरीस अकूनिन ने यह फैसला किया है कि वह अब “रूस का इतिहास” लिखने में जुटेंगे| सितंबर के शुरू में मास्को में हुए 26वें अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले में उन्होंने यह ऐलान किया है| अकूनिन एक सफल लेखक होने के साथ-साथ साहित्यविद और जापानी भाषा से अनुवादक के नाते भी प्रसिद्द हैं| वह कहते हैं कि “यह अब मेरा सबसे बड़ा काम होगा जिसमें मैं अगले लगभग दस साल तक व्यस्त रहूंगा| ये ऐतिहासिक साहित्य के आठ खंड होंगे| इनमें सारा वर्णन कालानुक्रम के अनुसार होगा| मुझे ऐसा साहित्य बिलकुल अच्छा नहीं लगता जिसमें लेखक वर्तमान से अतीत में और फिर अतीत से वर्तमान में छलांगे लगाता रहता है| मेरे “इतिहास” में सब कुछ क्रमिक होगा, काल-क्रम के अनुसार होगा| मुझे खुद भी इन सारी बातों को समझ पाने में बहुत दिलचस्पी है कि कैसे रूस के निस्सीम विस्तार में “इतिहास की नदी” बहती रही है|... वैसे बड़ा दुस्साहसी फैसला है यह| रूस में अब तक केवल एक ही साहित्यकार ने मातृभूमि का इतिहास लिखा है – करमज़िन ने| उनके अलावा कोई भी साहित्यकार आम लोगों की इतिहास में रुचि नहीं जगा पाया है| अब मैं यह ज़ुर्रत करना चाहता हूं|...” इतिहास के आठ खण्डों में से प्रत्येक के समानांतर एक खंड और प्रकाशित हुआ करेगा जिसमें उसी काल से जुड़ी ऐतिहासिक उपन्यासिकाएं होंगी| इस कल्पित गाथा के नायक एक ऐसे रूसी कुल के सदस्य होंगे जो रूसी राज्य की स्थापना के पहले दिन से यहां रह रहे हैं| “एक हज़ार वर्ष से कुछ अधिक के काल के दौरान इस कुल की अलग-अलग पीढ़ियों के जीवन का इनमें वर्णन होगा| ऐसी उपन्यासिकाएं 20 या 30 होंगी,”लेखक ने इंगित किया| इसके अलावा “रूसी राज्य का इतिहास” पुस्तकमाला भी निकाली जाएगी| इसके संकलनकर्ता भी बोरीस अकूनिन ही होंगे| उनके “इतिहास” का जो खंड प्रकाशित होगा उसी के काल से संबंधित दस्तावेज़ी और साहित्यिक पुस्तकें इस पुस्तकमाला के अंतर्गत भी छपेंगी| पहले पुस्तक-द्वय के प्रकाशन की तिथि निश्चित है: 15 नवंबर 2013| इसके ऐतिहासिक खंड का नाम होगा: “यूरोप का अंश” और इसमें रूस के उद्गम से लेकर मंगोल आक्रमण तक के काल का विवरण होगा, जबकि तीन उपन्यासिकाएं “आग्नेय तर्जनी” शीर्षक से छपेंगी|