Thursday 1 December 2016

कवि-विश्व की नई दस्तक 'कविकुंभ'

'गंगा-जमुनी शब्द आओ मेरे पास, जो बुलाएं, जाओ उनके पास भी',.........आज के घिरे-बिखरे शब्द-समय में सृजन-विश्व के लिए यह है, मासिक हिंदी पत्रिका 'कविकुंभ' का प्रथम भावाचमन। सविनय आवाहन। आप सुधी, सुरुचि के रचनाधर्मी हैं। आशा है, ये शब्द आपके लिए भी विश्वसनीय और स्वीकार्य होंगे। अपने नवोदित शब्द-प्रवाह में हिंदी कवियों, साहित्यकारों की यह पहली ऐसी मासिक पत्रिका है। लेखनी और मंच का पहला विश्व समागम। एक सुखद साझा महाभियान। तो आइए, आप भी, 'कविकुंभ' के इस महान अभियान में अपने शब्दों के साथ। देश के हिंदी-उर्दू बहुल बारह राज्यों में अपने शब्दों के एक साथ पढ़े जाने पर आप को भी अपने रचनाकर्म पर गर्व, प्रसन्नता होगी। हमारी आकांक्षा है कि इस नये शब्द-विश्व में देश-विदेश के लोकप्रिय कवयित्री-कवियों, शायरा-शायरों साहित्यकारों के साथ आपका भी शब्द-सहकार 'कविकुंभ' परिवार का संबल बने। भिन्न सामग्री-संचयन और विशिष्ट पहचान लिए 'कविकुंभ' शब्दों का नया जनज्वार है। अपनी अनवरत, अबाध उपस्थिति के लिए इसकी पृथक-पृथक ऐच्छिक, आजीवन, वार्षिक सहयोग राशि अपेक्षित है। आपकी सहर्ष सहमति 'कविकुंभ' परिवार की प्रेरणास्रोत होगी। [RNI REFERENCE NO.: 1297933  DM NO.: 456]    
ई-मेल संपर्कः kavikumbh@gmail.com
संपादक, 'कविकुंभ'